0
Sher Aaya Sher - DIVINE
0 0

Sher Aaya Sher DIVINE

Sher Aaya Sher - DIVINE
शेर की ज़ुबानी सुन ये शहर की कहानी
यहाँ rap नही होता तेरे वहम को भगादी
लड़कियाँ ना गाड़ी अपनी अलग है आबादी
असल rap का ये जलवा तेरे आत्मा में जगादी

क्यूँकि फरक है, तुझे छेड़ने की तलब है
तू नकली वाला मरद
मर्दानगी पे कलंक
हैवानियत की शकल
जितनी तुझमे गर्मी
उससे ज़्यादा गरम मेरा कलम
क्यूँ इतना बेशरम?

क्या काम का वो आज जिसमे तेरा कल नही
क्या काम का वो काम जिसमे तू सफल नही
बल नही
दिमाग की ज़रूरत
तेरे भाई की हुकूमत
सच्चाई की ये सूरत

भाग भाग भाग (आया शेर आया शेर)
भाग भाग भाग (आया शेर आया शेर)
भाग भाग भाग (आया शेर आया शेर)

सच्चाई की ये लहर, हर मोहल्ले में कहर
Comments (0)
The minimum comment length is 50 characters.
Information
There are no comments yet. You can be the first!
Login Register
Log into your account
And gain new opportunities
Forgot your password?