[Intro: Udit Narayan]
हर संत कहे, साधू कहे
सच और साहस है जिसके मन में
अंत में जीत उसी की रहे
[Instrumental-break]
[Verse 1: Udit Narayan]
आजा रे, आजा रे, आजा रे, आजा रे
भले कितने लम्बे हों रस्ते, हो
थके ना तेरा ये तन, हो
आजा रे, आजा रे, सुन ले पुकारे डगरिया
रहे ना ये रस्ते तरसते, हो, तू आजा रे
इस धरती का है राजा तू, ये बात जान ले तू
कठिनाई से टकराजा तू, नहीं हार मान ले तू
[Chorus: Udit Narayan]
मितवा, सुन मितवा, तुझको क्या डर है, रे?
ये धरती अपनी है, अपना अम्बर है, रे
ओ, मितवा, सुन मितवा, तुझको क्या डर है, रे?
धरती अपनी है, अपना अम्बर है, रे
तू आजा रे
[Instrumental-break]
हर संत कहे, साधू कहे
सच और साहस है जिसके मन में
अंत में जीत उसी की रहे
[Instrumental-break]
[Verse 1: Udit Narayan]
आजा रे, आजा रे, आजा रे, आजा रे
भले कितने लम्बे हों रस्ते, हो
थके ना तेरा ये तन, हो
आजा रे, आजा रे, सुन ले पुकारे डगरिया
रहे ना ये रस्ते तरसते, हो, तू आजा रे
इस धरती का है राजा तू, ये बात जान ले तू
कठिनाई से टकराजा तू, नहीं हार मान ले तू
[Chorus: Udit Narayan]
मितवा, सुन मितवा, तुझको क्या डर है, रे?
ये धरती अपनी है, अपना अम्बर है, रे
ओ, मितवा, सुन मितवा, तुझको क्या डर है, रे?
धरती अपनी है, अपना अम्बर है, रे
तू आजा रे
[Instrumental-break]
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